रायपुर :- राजधानी रायपुर से सटे अभनपुर के ग्राम भेलवाडीह में श्रीमद भागवत कथा का आयोजन किया गया है | इसमें कथा वाचिका देवी गरिमा शर्मा द्वारा कथा सुनाई जा रही है। इस कथा के तीसरे दिन भगवान नरसिंह प्रागट्य की कथा कहते हुए देवी गरिमा शर्मा ने बताया भक्त के आव्हान से भगवान अनेक रूप में अवतरित होकर दर्शन देते हैं।
सदैव परमात्मा के भक्ति में लीन रहते हुए बाल्यकाल से ही असुरों के राज्य में भक्त प्रहलाद राम नाम कीर्तन के माध्यम से असुर राज्य को राम राज्य में परिवर्तित कर दिए। परमात्मा को पाने का माध्यम भक्त के चरित्र से सीखा जा सकता है।
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बाल्यकाल से ही बच्चो को आध्यात्म की ओर लगाना चाहिए। प्रत्येक गृहस्थ का कर्तव्य होता है समाज और परिवार को एक नेक इंसान बना कर दें यह अध्यात्म में ही संभव है। उत्तानपाद राजा की दो पत्नी सुनीति और सुरुचि पुत्र ध्रुव एवं उत्तम के भावों पर प्रकाश डालते हुए कहा नीति पथ में चलने वाला व्यक्ति सुखी रहता है।
सुरुचि का अर्थ होता है स्वेच्छाचार जिसके गर्भ में ध्रुव का जन्म नही होता । मनुष्य को नीति का अनुसरण कर सत्य का आराधन करना चाहिए। कथा के अगले अध्याय में कथा वाचिका ने बताया कि जब पृथू पर अकाल पड़ा तृतीय दिवस की कथा में श्रोता कथा का आनंद ले रहे हैं।
पटेल परिवार द्वारा आयोजित कार्यक्रम में दूर दूर से श्रोता पधार रहे हैं। आयोजक ईश्वर पटेल टिकेश्वरी पटेल अधिकाधिक संख्या में कथा का लाभ लेने भक्तों को आमंत्रित कर रहे हैं।
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