वेब डेस्क :- जय शाह की सफलता की कहानी उनके शुरुआती दौर से ही प्रेरणादायक रही है। अहमदाबाद से शिक्षा प्राप्त करने के बाद, उन्होंने 2009 में गुजरात क्रिकेट संघ के सचिव के रूप में अपने प्रशासनिक करियर की शुरुआत की। उनकी कार्यकुशलता ने उन्हें BCCI से ICC तक पहुँचने में मदद की। 2019 में BCCI के सचिव के रूप में भारतीय क्रिकेट को नई ऊंचाइयों पर पहुँचाने के बाद, वे ICC चेयरमैन बने। उनकी पिछली उपलब्धियां और नेतृत्व क्षमता भविष्य की चुनौतियों का सामना करने में महत्वपूर्ण साबित होंगी।
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जय शाह का शुरुआती दौर
वर्तमान ICC चेयरमैन जय शाह की यात्रा उनके शुरुआती दौर से ही सफलता की कहानी रही है। जय शाह ने अपनी शिक्षा अहमदाबाद से पूरी की और पढ़ाई के दौरान ही क्रिकेट के प्रति उनके जुनून की झलक दिखने लगी थी। जिसने उन्हें आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया।
प्रशासनिक करियर में कदम
जय शाह का पहला बड़ा कदम 2009 में आया, जब वे गुजरात क्रिकेट संघ (GCA) के सचिव बने। उनकी कार्यकुशलता और संगठनात्मक कुशलता ने उन्हें जल्द ही BCCI की प्रशासनिक भूमिकाओं तक पहुंचा दिया। यहाँ तक पहुँचने में उन्होंने विभिन्न चुनौतियों का सामना कर उसे पार किया।
BCCI से ICC तक की यात्रा
2019 में BCCI के सचिव बनने के बाद जय शाह की यात्रा और भी उल्लेखनीय हो गई। उन्होंने भारतीय क्रिकेट को नई ऊंचाइयों पर पहुंचा दिया। इसके कारण वे ICC चेयरमैन के पद के लिए एक योग्य उम्मीदवार माने गए। 15 साल की मेहनत, लगन और क्रिकेट के प्रति जुनून ने उन्हें इस महत्वपूर्ण पद तक पहुंचाया।
भविष्य की चुनौतियाँ और अवसर
जय शाह के ICC चेयरमैन बनने के साथ ही उन्हें वैश्विक क्रिकेट में नए अवसर और चुनौतियाँ सामना करने का मौका मिलेगा। उनकी पिछली उपलब्धियां और नेतृत्व क्षमता हमें विश्वास दिलाती हैं कि वे इस भूमिका में भी सफल साबित होंगे।
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