वेब-डेस्क :- कश्मीर की खूबसूरती का बखान कई शायरों और लेखकों ने किया है और ये बात आपको बिल्कुल सच लगेगी जब आप यहां आएंगें। इसके जर्रे जर्रे में खूबसूरती समाई है, कश्मीर की खूबसूरत वादियों में आने के बाद आप को ये महसूस होगा कि यहां की हवाओं और पानी में भी गजब की खूबसूरती है।
यहाँ आकर लगेगा की स्वर्ग पा लिया
दूर-दूर तक फैली सफेद बर्फीली पहाड़ियां, खामोशी से खड़े देवदार और चीड़ के पेड़, वादियों में महकती केसर की खुशबू, थोड़ी-थोड़ी दूर पर किसी जेवर सी झिलमिलाती झीलें और झीलों के पानी पर तैरते हाउसबोट और शिकारों में बैठकर चांदनी रात में आसमान को निहराना, ये सब सुनकर ही कितना खूबसूरत लगता है। अब सोचिए सामने से ये कितना हसीन मंजर होगा। कश्मीर के रंग हर मौसम में अलग-अलग तरीके से दिल को सुकून देते हैं लेकिन जब भी यहां बर्फ पड़ती है तो इस जगह की खूबसूरती और भी बढ़ जाती है, बर्फ की चादर पूरी तरह से जब इन वादियों को ढक लेती है तो वाकई ये जगह स्वर्ग ही लगती है।
जम्मू-कश्मीर की राजधानी :- श्रीनगर
श्रीनगर जम्मू-कश्मीर की गर्मियों की राजधानी है। यहां की सुंदर झीलें और उन पर तैरती हाउसबोट का नजारा आपका मन मोह लेंगे। श्रीनगर में सब से खास है, यहां की डल झील, जहां पहुंचने के बाद आप अपनी हर तकलीफ और परेशानी थोड़ी देर के लिए तो भूल ही जाएंगे। डल झील पर सजे शिकारा पर्यटकों से हमेशा भरे रहते हैं, ये झील के संकरे रास्तों से पर्यटकों को ले जाते हुए उन्हें कश्मीर की संस्कृति और असली खूबसूरती से मिलवाते हैं। यहां के हाउसबोट में रहकर चारो तरफ से खूबसूरत वादियों को निहारने का अपना अलग ही मजा है। झील का मजा लेने के लिए सब से अच्छा है कि आप शिकारा बोट में बैठ कर घूमिए।
यहां से 33 किमी दूर वुलर झील है जो एशिया में ताजा मीठे पानी की सबसे बड़ी झील मानी जाती है। यह जगह बर्फ से ढके पहाड़ों और जंगलों से घिरी हुई है, यह मछली पकड़ने के शौकीन लोगों के लिए सबसे सही जगह है। जहां डल झील के बगल में सफेद रंग के पत्थर से बनी हजरतबल मस्ज़िद इसकी खूबसूरती को बढ़ाती है, वहीं मुगल गार्डन पर्यटकों का ध्यान अपनी ओर खींच लेता है। अगर आप सुकून की तलाश में हैं तो शंकराचार्य पहाड़ी पर बने शंकराचार्य मंदिर में जाइए यहां की असीम शांति और दिलकश नजारे आपकी थकान दूर कर देंगे। इसके अलावा थोड़ा टाइम निकालकर ट्यूलिप गार्डन और दाचीगाम नेशनल रिजर्व की भी सैर करना न भूलिएगा।
गुलमर्ग में विश्व का सबसे बड़ा गोल्फ कोर्स
हिमालय की गोद में बसा जम्मू-कश्मीर अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए देश और दुनिया भर में जाना जाता है। समुद्र तल से 2730 मीटर की ऊंचाई पर बसा गुलमर्ग, हरे-भरे ढलान, सदाबहार जंगलों वाली पहाड़ियों से पर्यटकों को अपनी ओर खींचता है। गुलमर्ग सिर्फ बर्फ से ढके पहाड़ों का शहर ही नहीं बल्कि यहां विश्व का सबसे बड़ा गोल्फ कोर्स भी है और देश का प्रमुख स्की रिजॉर्ट भी यहीं पर है। ये बॉलीवुड के सबसे पसंदीदा शूटिंग लोकेशन्स में से भी एक है। समुद्र से लगभग 2650 मीटर की ऊंचाई पर स्थित गुलमर्ग का गोल्फ कोर्स दुनिया का सबसे ऊंचा ग्रीन गोल्फ कोर्स है। यहां से थोड़ी ही दूर पर खिलनमार्ग घाटी है जो हरे-भरे घास से भरी रहती है, यहां से कश्मीर का सुंदर नजारा देख सकते हैं। अगर आप फोटोग्राफी के शौकीन हैं तो ये यह जगह आपको बिल्कुल निराश नहीं करेंगी। गर्मियों में यहां की स्ट्राबेरी घाटी में आप फ्रेश स्ट्रॉबेरी के भरपूर मजे ले सकते हैं।
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ट्रैकिंग के लिए चलिए सोनमर्ग
सोनमर्ग समुद्र सतह से 2740 मीटर की ऊंचाई पर बसा है और श्री नगर से लगभग 70 किमी दूर है। यहां के पहाड़ों की ऊंची चोटियों पर जब सूर्य की किरणें पड़ती हैं तो वे भी सुनहरी सी दिखती हैं। सोनमर्ग उन लोगों के लिए बेहतर ऑप्शन हो सकता है जो ट्रैकिंग या पैदल लंबी यात्रा करने के शौकीन हों। यहां से कई झीलों गद्सर, कृष्णासर और गंगाबल हैं जो इसकी सुंदरता को बढ़ाती हैं। गद्सर झील सोनमर्ग से 15 किमी दूर है और बर्फ से ढके हुए सुंदर पहाड़ों और अल्पाइन फूलों से घिरी है। सोनमर्ग में एक जगह है निलाग्रद है जो एक पहाड़ी नदी है और घाटी से होकर बहती है। नदी आगे जाकर बाल्टिक बस्ती में सिंधु नदी से मिल जाती है। कमाल की बात ये है कि इस नदी का पानी लाल है और इसमें औषधीय गुण भी हैं। वैसे सोनमर्ग घूमने के लिए मई से अक्टूबर तक का समय सबसे अच्छा माना जाता है।
कश्मीर की खूबसूरती में चार चाँद लगाती है पटनीटॉप
वैसे तो कश्मीर की हर जगह बेहद खूबसूरत है लेकिन अगर कश्मीर की खूबसूरती में चार चांद लगाने का काम किसी ने किया है तो वो है पटनीटॉप। ये देश की सबसे खूबूसरत जगहों में शुमार है। यहां की खूबसूरती वाकई आपको बपना कायल बना लेगी। जम्मू से यहां तक पहुंचने में लगभग 3 घंटे लगते हैं, जैसे ही आप पेड़ों से ढकी सड़कों से पटनीटाॅप के इलाके में अंदर आएंगें, बर्फीली हवाएं आपको छूने लगेंगी। लंबे-लंबे चीड़ और देवदार के पेड़ से बर्फ के फाहे हवा के साथ गिरते हुए ऐसे लगते हैं जैसे बर्फ की बरसात हो रही हो। पटनीटॉप में आप गोल्फ, पैराग्लाइडिंग, एरो स्पोर्ट्स, घुड़सवारी और फोटोग्राफी का शौक भी पूरा कर सकते हैं। यहां के आस-पास नाग (कोबरा) मंदिर, बुद्ध अमरनाथ मंदिर, बाहु किला, कुद और शिव गढ़ आते हैं। वैसे यहां कैपिंग के लिए भी बढ़िया साइट्स हैं। सुंदरानी-जंगल गली-जसरकोट, सानासर रूट इन मामलों के लिए बेस्ट ऑप्शन है। यहां पर ठहरने के लिए वैसे कई प्राइवेट होटल हैं और सरकारी व्यवस्था भी है। राज्य पर्यटन विभाग और पर्यटन विकास निगम के कई बंगले और हट्स हैं जहां आप रात गुजार सकते हैं।
जन्नत का एक और हिस्सा पहलगाम
पहलगाम कश्मीर के सबसे खूबसूरत हिल स्टेशनों में एक है। ये समुद्र तल से 2130 मीटर की ऊंचाई पर लिद्दर नदी और शेषनाग झील के मुहाने पर बसा है। यहां के हरे-भरे बागान,केसर के खेत, हरी घाटियां और लाइन से बने छोटे-छोटे घरों को देखकर आपको जरूर अच्छा लगेगा। लिद्दर नदी में वाटर राफ्टिंग का भी लुत्फ उठा सकते हैं, वैसे राफ्टिंग यहां अप्रैल से सितंबर माह के बीच ही होती है। पहलगाम एशिया का इकलौता केसर उत्पादक क्षेत्र है, लेकिन केसर आपको नवंबर महीने में ही देखने को मिलेगी। घने देवदार के पेड़ों से लदे हिमालयन रेंज के विशाल मनमोहक दृश्य आपकी नजरें बांध लेंगे। यहां से थोड़ी ही दूर पर शेषनाग झील है जो अपने हरे-नीले रंग के पानी की वजह से खास है, ये जून के महीने तक बर्फ से ढकी रहती है। थोड़ी और दूर जाने पर पंचतरणी मिलेगी, ये वो जगह है जहां पर पांच धाराएं मिलती हैं। इस जगह पर लोग कैंप लगाते हैं, ये एक बेहतरीन अनुभव हो सकता है। इसके पहलगाम आए हैं तो घुड़सवारी, ट्रैकिंग, फिशिंग का भी पूरा मजा उठाइए और हां ट्रैकिंग का मजा लेना भी न भूलिएगा, क्योंकि यही सारी चीजें तो आपके सफर को यादगार बनाएंगी।
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