Mahakumbh 2025: सनातन धर्म के लोगों के लिए महाकुंभ मेले का खास महत्व है। महाकुंभ मेला हर 12 साल बाद लगता है। साल 2024 में 13 जनवरी से लेकर 26 फरवरी तक प्रयागराज में महाकुंभ मेला लगेगा।
यदि आप भी महाकुंभ में हिस्सा लेने के लिए प्रयागराज जा रहे हैं, तो ऐसे में आप प्रयागराज में मौजूद अन्य जगहों को भी एक्सप्लोर कर सकते हैं। प्रयागराज में अक्षयवट, भरत कूप, अकबर किला और किला घाट भी है, जहां आप अपने परिवारवालों व दोस्तों के साथ जा सकते हैं।आज हम आपको किला घाट से जुड़ी खास बातों के बारे में बता रहे हैं। जहां हाल ही में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी गए थे।
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घाट पर देखने को मिलेंगे अद्भुत नजारे!
भारत के उत्तर प्रदेश राज्य में मौजूद प्रयागराज एक नगर है। प्रयागराज को इलाहाबाद नाम से भी जाना जाता है। प्रयागराज में एक अकबर किला है, जिसके पास किला घाट स्थित है। किला घाट प्रयागराज के प्रमुख स्नान घाटों में से एक है। हालांकि बहुत ही कम लोगों को इस घाट के बारे में पता है। इसी वजह से यहां पर कभी भी ज्यादा भीड़ देखने को नहीं मिलती है।
लोगों का मानना है कि किला घाट आने के बाद उन्हें सुकून मिलता है। दरअसल, ये जगह शांत और दर्शनीय है। यहां आपको खूबसूरत नजारों के साथ-साथ बहती हुई नदियों को पास से देखने का मौका मिलेगा। नदियों के बीच में जानने के लिए आप नाव का भी सहारा ले सकते हैं।
मुगल सम्राटों ने भी किया था घाट का इस्तेमाल!
पौराणिक कथाओं के अनुसार, किला घाट का उपयोग मुगल सम्राटों द्वारा भी किया गया था। मुगल सम्राटों के लिए घाट के किनारे शाही समारोहों और धार्मिक अनुष्ठानों का आयोजन किया जाता था।
किला घाट तक कैसे जाएं?
रेल के जरिए आप आसानी से किला घाट तक पहुंच सकते हैं। घाट के सबसे नजदीक वाराणसी जंक्शन रेलवे स्टेशन है। रेलवे स्टेशन से आप ऑटो-रिक्शा या टैक्सी के सहारे आसानी से घाट पहुंच सकते हैं। इसके अलावा आप यहां पर बस से भी आ सकते हैं।
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