महात्मा गांधी-शास्त्री को PM मोदी-राहुल गांधी ने दी श्रद्धांजलि, देशवासियों को दिया ये खास संदेश
देश भर में राष्ट्रपति महात्मा गांधी की जयंती मनाई जा रही है और हर कोई उनके अनमोल योगदान को याद कर रहा है. PM मोदी ने राजघाट जाकर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने राजघाट पर महात्मा गांधी की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की.
प्रधानमंत्री मोदी ने X पर लिखा कि, सभी देशवासियों की ओर से पूज्य बापू को उनकी जन्म-जयंती पर शत-शत नमन. उनका जीवन और आदर्श सत्य, सद्भाव और समानता पर आधारित रहेगा.
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PM मोदी ने X पर लिखा कि देश के युवा, किसानों और स्वाभिमान के लिए अपना जीवन समर्पित करने वाले पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री जी को उनकी जयंती पर आदरपूर्ण श्रद्धांजलि. शास्त्री का जन्म 2 अक्टूबर 1904 को उत्तर प्रदेश में हुआ था और उनकी विनम्रता और सादगी से लोग कायल थे, और 1965 के भारत-पाकिस्तान युद्ध के दौरान उन्होंने “जय जवान जय किसान”
राहुल गाँधी समेत कई बड़े नेता पहुंचे राजघाट
आज देश के कई प्रमुख नेता ने पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री को विजयघाट पर श्रद्धांजलि अर्पित की. आज कांग्रेस सांसद और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने भी उन्हें विजयघाट पर पुष्पांजलि अर्पित की. राहुल गांधी ने भी इस खास मौके पर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी, “बापू ने ही मुझे सिखाया है, जीना है तो डरे बिना जीना है – सत्य, प्रेम, करुणा और सौहार्द के रास्ते पर सबको जोड़ते हुए चलना है. गांधी जी एक व्यक्ति नहीं, जीने और सोचने का तरीका हैं. राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी की जयंती पर उन्हें शत-शत नमन.”
दिल्ली की नई मुख्यमंत्री आतिशी ने भी उन्हें विजयघाट पर श्रद्धांजलि अर्पित की. दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने भी पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री को विजयघाट पर श्रद्धांजलि दी है. आज केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने भी राजघाट पर महात्मा गांधी की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि दी है.
अपने विचारों से स्वतंत्रता संग्राम को अखिल भारतीय बनाने वाले महात्मा गाँधी जी आजीवन स्वराज, स्वदेशी और स्वच्छता के लिए समर्पित रहे. गाँधी जी ने यह सिखाया कि सत्य के प्रति अडिगता और कर्म के प्रति निष्ठा से कैसे बड़े से बड़े कार्य को सरलता से किया जा सकता है. सत्य और अहिंसा के माध्यम से विश्व को शांति और करुणा का मार्ग दिखाने वाले महात्मा का जीवन अनुकरणीय है. महात्मा गाँधी जी की जयंती पर उन्हें शत्-शत् नमन.
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी ने दुनिया को सत्य, अहिंसा, सत्याग्रह जैसे अनमोल विचारों के साथ यात्राओं का महत्व समझाया था. वे मानते थे कि अपनी जनता का दुख दर्द समझने के लिए उनके बीच जाना और उन्हें समझना अत्यंत आवश्यक है. दक्षिण अफ्रीका से लौटने के बाद गांधी जी ने पूरे भारत की यात्रा की. चंपारण सत्याग्रह, दांडी मार्च और नोआखली के अलावा भी गांधी जी पूरे जीवन यात्राएं करते रहे. कहते हैं कि अपनी पूरी जिंदगी में बापू हर दिन औसतन 18 किलोमीटर पैदल चले.
इतनी यात्रा में वे दो बार धरती का चक्कर लगा सकते थे. आज जब देश उनकी जयंती मना रहा है, तब नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी जी हरियाणा में ‘विजय संकल्प यात्रा’ पर हैं. हरियाणा से भी गांधी जी का गहरा रिश्ता रहा. 10 अप्रैल 1919 को उनकी पहली गिरफ्तारी हरियाणा में ही पलवल रेलवे स्टेशन पर हुई थी, जब वे रॉलेट एक्ट का विरोध करने पंजाब जा रहे थे. 1921 में गांधी जी बैलगाड़ी में बैठकर रोहतक आए. यहां पर उन्होंने एक विद्यालय की नींव रखी थी ताकि बच्चों को शिक्षा मिल सके.
वे कई बार अंबाला भी आए. यहां उनकी प्रेरणा से विद्यावती जी के नेतृत्व में सैकड़ों महिलाओं ने नमक कानून तोड़ा था. आजादी के बाद वे दो बार पानीपत आए थे. उनके विचारों से प्रेरित होकर पानीपत टेक्सटाइल उद्योग का केंद्र बना. 19 दिसंबर, 1947 की सुबह गांधी जी की प्रार्थना सभा में मेवात के नेता चौधरी यासीन खान जी ने उन्हें बताया कि मेवात के हजारों मुसलमान पाकिस्तान जाने को तैयार हैं. गांधी जी मेवात के घासेड़ा गांव पहुंचे तो वहां उनके स्वागत में हजारों लोगों की भीड़ जमा हुई.
लोग काफी डरे हुए थे. गांधी जी ने उनसे बातचीत की, आश्वासन दिया और फिर मुसलमानों ने नहीं जाने का फैसला किया. गांधी जी की हर यात्रा या कहें उनकी संपूर्ण जीवन यात्रा का संदेश था- प्रेम, शांति, सद्भाव, स्वतंत्रता, समानता, स्वावलंबन और स्वाभिमान. आज जब हर दिन समाज को बांटने के लिए तरह-तरह के प्रयास किए जा रहे हैं, तब इन विचारों को साकार करना ही देश के प्रति सच्चा कर्तव्य है और यही बापू को सच्ची श्रद्धांजलि है. राष्ट्रपिता को नमन!
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने भी इस खास मौके पर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी, “संपूर्ण विश्व को शांति और अहिंसा के मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित करने वाले राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी का जीवन अपने आप में एक आदर्श रहा. उनके स्वदेशी, स्वराज के विचार सदियों को प्रेरित करते रहेंगे. गांधी जयंती के अवसर पर महात्मा गांधी जी को कोटि-कोटि नमन.”
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी की जयंती पर उन्हें सादर नमन. बापू का जीवन हमेशा “सर्वजन समभाव” की सीख देता है. उनके जीवन दर्शन से सीख लेकर हम सभी जनता की सेवा में जुटे हैं. बापू का जीवन संदेश सदैव पूरे विश्व का मार्गदर्शन करता रहेगा.
महात्मा गांधी ने देश को आजाद कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी, और उनके आंदोलन ने लोगों को आजादी के लिए लड़ने के लिए प्रेरित किया. पीएम मोदी ने देश के दूसरे प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री को 2 अक्टूबर, गांधी जी के जन्म दिवस पर श्रद्धांजलि दी.
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