न्यूज़ डेस्क :- शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद द्वारा pm मोदी पर की गई टिप्पणी के बाद एक बड़ा विवाद खड़ा हो गया है। यह बयान तेजी से वायरल हो रहा है और विभिन्न मीडिया प्लेटफॉर्म पर चर्चा का विषय बन गया है। दरअसल, शंकराचार्य अनंत और राधिका की शादी में आशीर्वाद देने पहुंचे थे. शादी समारोह पूरा हुआ और उसके बाद शंकराचार्य ने पीएम मोदी को लेकर कहा कि…
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों गलत काम करवाए जा रहे हैं, जिसके लिए वह उन्हें आगाह कर रहे हैं,लेकिन हमारी कोई सुनता ही नहीं है
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ये है बयान का सार
शंकराचार्य ने अपने बयान में pm मोदी की नीतियों और कार्यशैली पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार के कार्यकाल में कई महत्वपूर्ण मुद्दों को नजरअंदाज किया गया है। शंकराचार्य के अनुसार, pm मोदी को यमराज से तुलना करते हुए उन्होंने कुछ कठोर शब्दों का प्रयोग किया, जिससे विवाद उत्पन्न हुआ।
शंकराचार्य ने कहा कि हमारे पास कोई भी व्यक्ति आता है हम उसका स्वागत करते हैं. कोई यदि हमारे पास आता है तो उसको आशीर्वाद देना हमारा दायित्व है. मोदी को लेकर उन्होंने कहा कि वह हमारे देश के प्रधानमंत्री हैं और उनसे हमारी कोई आपसी रंजिश नहीं है. उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी का सबसे बड़ा हितैषी हमारे अलावा कोई नहीं है.
शंकराचार्य ने कहा कि जनता उन्हें पीएम के रूप में देखती है, लेकिन हम देखते हैं कि कल जब उनका शरीर छूटेगा और वह यमराज के सामने खड़े होंगे तो यह क्या कहेंगे. क्योंकि उनके हाथों कई पाप करवाए जा रहे हैं. मूर्तियां तुड़वाई जा रही है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों धर्म विरुद्ध कार्य कराए जा रहे हैं. हम नरेंद्र मोदी के लोक का भी सोच रहे हैं परलोक का भी सोच रहे हैं.
शंकराचार्य ने कहा कि हमारे मन में उनके लिए कोई मैल नहीं है. हम उनके लिए अच्छा सोचते हैं, इसलिए बातें कहते हैं, लेकिन आजकल कोई सुनता कहां है. जो सच कहे उसकी बात कड़वी लगती है. लोगों को लगता है कि हम उनके दुश्मन है तो आप दुश्मन मन कर बैठे रहो, लेकिन नरेंद्र मोदी आशीर्वाद लेने आए तो हमें लगा कि उनके मन की कड़वाहट दूर हो गई होगी.
शंकराचार्य ने कहा कि आशीर्वाद में उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपने गले की माला दी. पहनी हुई माला शिष्य को पहनाई जाती है और किसी को नहीं पहनाई जाती. अंत में उन्होंने यही कहा कि वह चाहते हैं कि नरेंद्र मोदी के हाथों कोई गलत काम ना हो.
वायरल होने का कारण
यह बयान इसलिए भी वायरल हो गया क्योंकि शंकराचार्य का समाज में एक महत्वपूर्ण स्थान है और उनके विचारों को गंभीरता से लिया जाता है। इसके अलावा, सोशल मीडिया पर इस बयान को लेकर कई तरह की प्रतिक्रियाएं आई हैं। कुछ लोगों ने शंकराचार्य के बयान का समर्थन किया, जबकि अन्य ने उनकी आलोचना की।
समाज पर प्रभाव
शंकराचार्य के इस बयान का समाज पर गहरा प्रभाव पड़ा है। यह बयान न केवल राजनीतिक हलकों में बल्कि आम जनता के बीच भी चर्चा का विषय बन गया है। pm मोदी के समर्थक और विरोधी, दोनों ही इस मुद्दे पर अपने-अपने दृष्टिकोण रख रहे हैं, जिससे समाज में विभाजन की स्थिति उत्पन्न हो गई है।
निष्कर्ष
शंकराचार्य का pm मोदी पर दिया गया बयान एक संवेदनशील मुद्दा बन गया है। यह देखना दिलचस्प होगा कि आने वाले समय में इस पर और क्या प्रतिक्रियाएं सामने आती हैं और इसका राजनीतिक परिदृश्य पर क्या प्रभाव पड़ता है।