अरविंद केजरीवाल के इस्तीफे के बाद अगला मुख्यमंत्री कौन होगा? दिल्ली के मुख्यमंत्री ने अपना आगामी कार्यक्रम बताया
आबकारी नीति ‘घोटाला’ मामले में सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिलने के दो दिन बाद दिल्ली मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इस्तीफे का ऐलान किया है। दिल्ली में आम आदमी पार्टी के मुख्यालय पहुंचे केजरीवाल ने कार्यकर्तओं को संबोधित करके हुए मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने का ऐलान किया। केजरीवाल ने रविवार को कहा कि 2 दिन बाद मैं CM पद से इस्तीफा दूंगा। कानून की अदालत से मुझे इंसाफ मिला, अब जनता की अदालत मुझे इंसाफ देगी।
आज मैं जनता से पूछने आया हूँ कि आप केजरीवाल को ईमानदार मानते हो या गुनाहगार
अब जब तक दिल्ली की जनता अपना फ़ैसला नहीं सुना देती है तब तक मैं CM की कुर्सी पर नहीं बैठूँगा।
मैं आज से 2 दिन बाद मुख्यमंत्री के पद से इस्तीफ़ा दे दूंगा। @ArvindKejriwal #केजरीवाल_ईमानदार_है pic.twitter.com/i59f5U9gVV
— AAP (@AamAadmiParty) September 15, 2024
सीएम केजरीवाल ने कहा, ”जनता के आशीर्वाद से बीजेपी के सारे षड्यंत्र का मुकाबला करने की ताकत रखते हैं। BJP के आगे हम ना झुकेंगे ना रुकेंगे और ना बिकेंगे। आज दिल्ली के लिए कितना कुछ कर पाए क्योंकि हम ईमानदार हैं। आज ये हमारी ईमानदारी से डरते हैं क्योंकि ये ईमानदार नहीं है। मैं “पैसे से सत्ता और सत्ता से पैसा” इस खेल का हिस्सा बनने नहीं आया था। ‘उन्होंने आगे कहा, ”2 दिन बाद मैं CM पद से इस्तीफ़ा दूंगा। कानून की अदालत से मुझे इंसाफ मिला, अब जनता की अदालत मुझे इंसाफ देगी। अब दिल्ली की जनता के आदेश के बाद ही दोबारा मैं मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठूंगा।
लगातार 3 बार सीएम बने
दिल्ली में फरवरी 2025 में केजरीवाल सरकार का कार्यकाल खत्म होने वाला है। केजरीवाल के नेतृत्व में आम आदमी पार्टी 2013 से दिल्ली की सत्ता में हैं।दिल्ली में 4 दिसंबर, 2013 को कुल 70 सीटों पर विधानसभा चुनाव हुए थे। 8 दिसंबर 2013 को नतीजे आए। इसमें भाजपा 32 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी। हालांकि, बहुमत नहीं मिला।AAP को 28 और कांग्रेस को 8 सीटें मिलीं। कांग्रेस के समर्थन से अरविंद केजरीवाल ने मुख्यमंत्री बनते हुए सरकार बनाई। हालांकि, 49 दिन बाद दोनों पार्टियों का गठबंधन टूट गया। 7 फरवरी, 2015 को दिल्ली में फिर से विधानसभा चुनाव हुए। इसमें AAP ने 67 सीटों पर जीत हासिल की। भाजपा सिर्फ तीन सीटों पर सिमट गई थी।पांच साल बाद 8 फरवरी, 2020 के विधानसभा चुनाव में AAP ने कुल 70 सीटों में 62 सीटों पर जीत हासिल की है। 8 सीटें भाजपा के खाते में गईं।
शराब नीति केस में 156 दिन जेल में बिताए
शराब नीति केस में भ्रष्टाचार से जुड़े मामले में केजरीवाल को 13 सितंबर को सुप्रीम कोर्ट ने जमानत दी थी। उन्हें CBI ने 26 जून को गिरफ्तार किया था। इसके पहले केजरीवाल को ED ने 21 मार्च को गिरफ्तार किया था। 10 दिन की पूछताछ के बाद 1 अप्रैल को तिहाड़ जेल भेजा गया। 10 मई को 21 दिन के लिए लोकसभा चुनाव में प्रचार के लिए रिहा किया गया। ये रिहाई 51 दिन जेल में रहने के बाद मिली थी। 2 जून को केजरीवाल ने तिहाड़ जेल में सरेंडर कर दिया था। इस तरह से वे 156 दिन जेल में बिता चुके हैं।
मां सीता की तरह मैं भी अग्नि परीक्षा दूंगा
आपको लग रहा होगा कि अभी रिहा होकर आया है और ऐसा क्यों बोल रहा है। इन्होंने आरोप लगाया है कि केजरीवाल चोर है, भ्रष्टाचारी है, भारत माता के साथ धोखा किया है। मैं देश के लिए कुछ करने आया था, जब 14 साल के बाद भगवान राम वनवास से लौटे तो सीता को अग्नि परीक्षा देनी पड़ी थी। आज मैं अग्नि परीक्षा दूंगा।
मैंने जेल में रामायण, गीता और भगत सिंह को पढ़ा
इस दौरान अरविंद केजरीवाल ने कहा, ‘सतेंद्र जैन, अमानतुल्ला खान भी जल्दी बाहर आएंगे। दिल्ली के लोगों ने हमारे लिए प्रार्थना की, मैं उन्हें धन्यवाद देता हूं.. मैंने जेल में कई किताबें पढ़ीं – रामायण, गीता… मैं अपने साथ भगत सिंह की जेल डायरी लाया हूं। भगत सिंह की डायरी भी पढ़ी.’इसके पहले सीएम केजरीवाल ने कहा, ‘उनकी छोटी सी पार्टी ने देश की राजनीति बदल दी। जेल में सोचने का वक्त मिला। मैंने जेल से एक ही पत्र लिखा था वो भी एलजी साहब को, 15 अगस्त था, स्वाधीनता दिवस के अवसर पर सीएम झंडा फहराते हैं। मैंने कहा कि आतिशी जी को झंडा फहराने की इजाजत दी गई। वो चिट्ठी मुझे वापस कर दी गई और मुझे वार्निंग दी गई कि दूसरी बार अगर चिट्ठी लिखी तो आपको परिवार से भी मुलाकात भी नहीं करने दी जाएगी।
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