50 महिलाओं के साथ शादी से पहले सुहागरात! धरा गया धोखेबाज

50 महिलाओं के साथ शादी से पहले सुहागरात! धरा गया धोखेबाज

घटना की पृष्ठभूमि

ओडिशा में महिलाओं को मैट्रिमोनियल साइट पर टार्गेट करने का मामला सामने आया है, जहां एक आरोपी ने जिसे गिरफ्तार किया गया है, महिलाओं को अपने जाल में फंसाने के लिए आधुनिक तकनीकों और धोखाधड़ी की रणनीतियों का इस्तेमाल किया। आरोपी ने सबसे पहले महिलाओं की प्रोफाइल की गहन जांच की, जिसमें उनकी व्यक्तिगत जानकारी, शिक्षा, पेशेवर स्थिति और सामाजिक संबंध शामिल थे। इस जानकारी का उपयोग करके उसने महिलाओं के साथ भावनात्मक संबंध बनाने के प्रयास किए।

आरोपी ने फर्जी प्रोफाइल बनाकर महिलाओं को इम्प्रेस करने के लिए उन प्रोफाइल की आभासी छवि को सावधानीपूर्वक डिजाइन किया, ताकि वे सही और विश्वसनीय प्रतीत हों। उसने महिलाओं को नियमित तौर पर संदेश भेजना शुरू किया और धीरे-धीरे उनकी भावनाएं और विश्वास जीता। इस प्रक्रिया में उसने सतत और प्रामाणिक नेटवर्किंग तकनीकों का प्रयोग करते हुए महिलाओं के दिल में अपनी जगह बनाई।

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इस मामले का पर्दाफाश तब हुआ जब भुक्तभोगी महिलाओं में से एक ने संदेह जताया और पुलिस को इसकी जानकारी दी। यह घटना ओडिशा के कई क्षेत्रों में फैली हुई थी, जहां आरोपी ने विभिन्न मातृमोनियल साइट्स पर फर्जी प्रोफाइल बनाकर माताओं, बहनों और पत्नियों को फंसाया। जांच में यह भी पता चला कि आरोपी ने महिलाओं का आर्थिक शोषण भी किया, जिसमें उसने उनसे पैसे, महंगी वस्तुएं और अन्य लाभ प्राप्त किए।

पुलिस ने मामले की विस्तार से जांच की और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया, जिससे ओडिशा में महिलाओं को रिलेशनशिप धोखाधड़ी से बचाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया।

पुलिस की कार्रवाई

ओडिशा में महिलाओं को मैट्रिमोनियल साइट पर धोखा देने वाले आरोपी की गिरफ्तारी पुलिस की सतर्कता और कड़ी मेहनत का परिणाम है। इस धोखे के शिकार होने वाली कई महिलाओं की शिकायतें मिलने के बाद, पुलिस ने तुरंत ही जांच शुरू की। पुलिस ने मैट्रिमोनियल साइट पर कार्ड की जांच करते हुए प्राथमिक सुराग एकत्र किए।

आरोपी को पकड़ने के लिए पुलिस ने साइबर टीम की भी मदद ली। साइबर टीम ने मैट्रिमोनियल साइट पर संदिग्ध गतिविधियों की निगरानी की और भेजे गए संदेशों का विश्लेषण किया। उन्होंने आरोपी के आईपी एड्रेस और अन्य डिजिटल प्रमाणों की सहायता से उसकी पहचान की। इसके अतिरिक्त, शिकायतकर्ताओं का बयान और उनके द्वारा उपलब्ध कराए गए घोटाले के सबूत भी पुलिस के लिए महत्वपूर्ण थे।

सभी तथ्यों और सबूतों को एकत्र करने के बाद, पुलिस ने एक योजनाबद्ध तरीके से आरोपी को ट्रैक किया। आरोपी की गतिविधियों पर नजर रखने के बाद उसे उचित समय पर घेराबंदी कर गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस के अनुसार, आरोपी ने महिलाओं को मैट्रिमोनियल साइट पर गलत जानकारी देकर उन्हें धोखे में रखा और बाद में उनसे आर्थिक लाभ उठाया।

आरोपी की गिरफ्तारी के बाद, पुलिस ने उसके पास से कई इलेक्ट्रॉनिक उपकरण और दस्तावेज जब्त किए, जिनमें से कई महत्वपूर्ण साक्ष्य प्राप्त हुए। इन साक्ष्यों के आधार पर पुलिस ने आरोपी के खिलाफ कई धाराएं लागू कीं। आरोपी का अपराध संगठित तरीके से था और उसने कई महिलाओं को अपने झांसे में लिया था।

पुलिस का यह कार्य प्रशंसनीय है और इस कार्रवाई से महिलाओं को राहत मिली है। इसके साथ ही, इस घटना ने ऑनलाइन ठगी से निपटने में बढ़ती औचित्यपूर्ण सतर्कता और डिजिटल उपायों की आवश्यकता को और भी स्पष्ट कर दिया है।

आरोपी का प्रोफाइल

इस मामले में गिरफ्तार किए गए आरोपी का नाम सत्यजीत मनागोविंद समल है. वह 34 साल का है. जो ओडिशा के केंद्रपाड़ा जिले का निवासी है। अमित पहले से ही कई आपराधिक मामलों में लिप्त रहा है। पुलिस अधिकारियों के अनुसार, राउत ने महिलाओं को फंसाने के लिए कई नकली प्रोफाइल बनाई और उन्हें मैट्रिमोनियल साइट्स पर आकर्षित किया। उसकी प्रमुख रणनीति होती थी कि वह अमीर और सफल पेशेवरों की झूठी पहचान बनाकर महिलाओं से संपर्क करता था।

आरोपियों के आपराधिक रिकॉर्ड्स की जांच से पता चला है कि राउत ने पहले भी कई महिलाओं से धोखाधड़ी करके पैसे ऐंठे हैं। वर्तमान मामलों में, उसने लगभग 20-25 महिलाओं को धोखे में फंसाया है और उनसे बड़ी मात्रा में धनराशि ऐंठी है। पुलिस की जांच के अनुसार, उसने कुल मिलाकर लगभग 30 लाख रुपये की धोखाधड़ी की है।

सत्यजीत का तरीका बहुत ही चालाकी से प्लान किया गया था। पहले, वह मैट्रिमोनियल साइट्स पर महिलाओं को टार्गेट करता था, फिर उनसे ऑनलाइन बातचीत करता था। धीरे-धीरे, वह महिलाओं का विश्वास जीतता और फिर किसी आपातकालीन स्थिति का हवाला देकर धन की मांग करता था। वह अपने योजनाओं को इतनी सफाई से अंजाम देता था कि असलियत का पता लगाना मुश्किल हो जाता था।

इसमें कोई शक नहीं कि सत्यजीत एक निपुण धोखेबाज था, जिसने अपनी चालाकियों से कई लोगों को पीड़ित किया है। ओडिशा पुलिस की इस कार्रवाई से अन्य महिलाओं को भी सतर्क रहने का संदेश मिलेगा, ताकि वे इस प्रकार की धोखाधड़ी से बच सकें।

महिलाओं के लिए सुरक्षा सुझाव

हाल के घटनाक्रमों को देखते हुए, यह आवश्यक है कि महिलाएं मैट्रिमोनियल साइटों पर अतिरिक्त सावधानी बरतें। महिलाओं को पहली सलाह यह है कि वे किसी भी जानकारी को साझा करने से पहले साइट और व्यक्ति की सत्यता की पुष्टि कर लें। वैधता सुनिश्चित करने के लिए साइट की समीक्षा पढ़ें, उसकी प्रमाणिकता को जाँचें और सुझावित संसाधनों की मदद लें।

दूसरी महत्वपूर्ण बात, अपने व्यक्तिगत विवरण को सुरक्षित रखें। किसी भी अनजान व्यक्ति के साथ व्यक्तिगत जानकारी, जैसे कि फोन नंबर, पता या ईमेल आईडी साझा न करें। इसके बजाय, साइट के इंटरनल मैसेजिंग सिस्टम का उपयोग करें जो अधिक सुरक्षित होता है।

इसके अतिरिक्त, वीडियो कॉल का विकल्प चुनें, ताकि आप विपरीत व्यक्ति की पहचान की पुष्टि कर सकें। यह आपको उस व्यक्ति की असली पहचान के बारे में अनुमान लगाने में मदद करेगा। अगर विपरीत व्यक्ति वीडियो कॉल के लिए तैयार नहीं है, तो उसके इरादों पर शक करना स्वाभाविक है।

महिलाओं को यह भी सलाह दी जाती है कि वे अक्सर पासवर्ड बदलें और दो-स्तरीय प्रमाणीकरण का उपयोग करें। यह आपके ऑनलाइन खाता को हैकरों से बचाने का एक महत्वपूर्ण तरीका है। किसी भी संदिग्ध गतिविधि की रिपोर्ट तुरंत साइट के प्रशासन को करें। आपकी मुस्तैदी किसी भी धोखाधड़ी से आपको बचा सकती है।

ओडिशा में आरोपी गिरफ्तार किये जाने की घटना एक महत्वपूर्ण चेतावनी है कि ऑनलाइन प्लेटफॉर्म की सुरक्षा को अनदेखा नहीं किया जा सकता। सावधानी और सही जानकारी रखने से इस तरह के धोखाधड़ी से बचा जा सकता है। सही समझ, सतर्कता और एहतियात से महिलाएं अपने ऑनलाइन अनुभव को सुरक्षित और सकारात्मक बना सकती हैं।

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