रायपुर :- छत्तीसगढ़ प्रगतिशील अनियमित कर्मचारी फेडरेशन छत्तीसगढ़ ने प्रदेश के शासकीय कार्यालयों में कार्यरत अनियमित कर्मचारियों के नियमितीकरण/स्थायीकरण, सहित निकाले गए कर्मचारियों की बहाली, न्यून मानदेय कर्मचारियों को न्यूनतम वेतन दिए जाने, अंशकालीन कर्मचारियों को पूर्णकालीन करने, आउट सोर्सिंग/ठेका/सेवा प्रदाता/समूह-समिति के माध्यम से नियोजन सिस्टम बंद करने सहित 10 सूत्रीय मांग को लेकर 20 जुलाई 2024 को तुता, नवा रायपुर में ध्यानकर्षण रैली की है|
यह भी पढ़ें…अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद छत्तीसगढ़ ने की कुलपति को बर्खास्त करने मांग – unique 24 news (unique24cg.com)
इस रैली प्रदेश भर से 75 से अधिक अनियमित संगठनों के 10 हजार से अधिक अनियमित कर्मचारी सम्मिलित हुए | गौरतलब है की पिछली कांग्रेस सरकार में संघर्षरत अनियमित कर्मचारियों के मंच पर भारतीय जनता पार्टी के अनेक वरिष्ठ नेता/जनप्रतिनिधियों ने मंच में आकर संघ की समस्याओं को सुना तथा अनियमित कर्मचारियों की समस्याओं को भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनने पर इनका यथाशीघ्र निराकरण करने की बात कही थी ।
प्रत्युत्तर में छत्तीसगढ़ प्रगतिशील अनियमित कर्मचारी फेडरेशन के सम्पूर्ण प्रदेश के अनियमित कर्मचारियों की ओर से भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनाने हेतु अपना पूर्ण सहयोग व महत्वपूर्ण भूमिका निभाने का आश्वासन दिया गया था, जिसे सहर्ष हमने अपनी जिम्मेदारी पूर्ण की है। परन्तु अद्यतन भारतीय जनता पार्टी सरकार के 6 माह पूर्ण होने के उपरांत भी सरकार की अनियमित कर्मचारियों के प्रति संवेदनशीलता दिखाई नहीं दे रही है केवल एक कमेटी बनाकर भूल गई है|
वर्तमान में अनेक विभागों के कर्मचारियों को कार्य से पृथक किया जा रहा है, अनेक विभागों में अनेक माह से वेतन नहीं दिया जा रहा है, अनेक विभाग के अनियमित कर्मचारियों को 27 प्रतिशत वेतन वृद्धि, श्रम सम्मान राशि नहीं दिया जा रहा है | जिससे अनियमित कर्मचारी व्यथित एवं आक्रोशित है|
देश दुनिया की ताजातरीन खबरों के लिए,
हमारे यूट्यूब चैनल को सब्सक्राइब करें….👇