नेशनल डेस्क । महाराष्ट्र के नागपुर में 17 मार्च को हुई हिंसा में घायल हुए युवक इरफान अंसारी की अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई है। यह घटना नागपुर में हुई उस हिंसा का एक दुखद परिणाम है, जिसमें इरफान गंभीर रूप से घायल हो गए थे और उन्हें आईसीयू में भर्ती किया गया था। उनकी मौत से यह हिंसा में पहली मौत दर्ज की गई है। इस हिंसा में अन्य कई लोग भी घायल हुए हैं और उनका इलाज जारी है।
घटना के बाद, नागपुर में स्थिति अभी भी तनावपूर्ण बनी हुई है। पुलिस ने शांति बहाल करने के लिए शहर के 9 इलाकों में कर्फ्यू लगा रखा है, जिनमें गणेशपेठ, कोतवाली, तहसील, लकड़गंज, पचपावली, शांतिनगर, सक्करदरा, इमामवाड़ा और यशोधरानगर शामिल हैं। इस हिंसा को लेकर पुलिस ने 100 से अधिक लोगों को गिरफ्तार भी किया है।
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घटना के कारण, औरंगजेब की मजार के पास विश्व हिंदू परिषद द्वारा धरना प्रदर्शन किया गया था, जिसके बाद अफवाह फैल गई कि दरगाह की चादर को जलाया गया। इसके बाद मुस्लिम समुदाय के लोग सड़कों पर उतर आए, जिससे हिंसा भड़क उठी।
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने भी नागपुर का दौरा किया और हिंसा की स्थिति को लेकर वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों से चर्चा की। उन्होंने कहा कि पुलिस ने इस दंगे पर लगभग 4-5 घंटे में काबू पा लिया था, हालांकि इस दौरान कई पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं।
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