युवा संस्था के सेमिनार में मशहूर लेखक ने युवाओं को सिखाए सफलता के गुर

युवा संस्था के सेमिनार में मशहूर लेखक ने युवाओं को सिखाए सफलता के गुर

रायपुर :- रायपुर की प्रमुख शैक्षणिक एवं सामाजिक संस्था युवा रायपुर द्वारा रविवार को आयोजित संडे स्पेशल क्लास के तहत एक प्रेरणादायी सेमिनार का आयोजन किया गया। इस सेमिनार का उद्देश्य युवाओं को प्रतियोगी परीक्षाओं और जीवन में सफलता प्राप्त करने के लिए मार्गदर्शन प्रदान करना था। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि और वक्ता मशहूर लेखक श्री रणविजय, यूपीएससी आईईएस (1999), जो वर्तमान में मुख्य विद्युत अभियंता (सीईई), भारतीय रेल, बनारस (उत्तर प्रदेश) ने अपने प्रेरक संबोधन से उपस्थित युवाओं में जोश और आत्मविश्वास का संचार किया।

सेमिनार में बड़ी संख्या में युवा, छात्र और सामाजिक कार्यकर्ता शामिल हुए। श्री रणविजय ने अपने अनुभवों और जीवन से सीखे गए सबकों को साझा करते हुए युवाओं को अनुशासित जीवन, आत्मविश्वास, और सतत प्रयासों के महत्व को समझाया। उनके संबोधन के प्रमुख बिंदु निम्नलिखित थे:

1. जुनून और संतुलन का महत्व
श्री रणविजय ने कहा, “सफलता के लिए जुनून जरूरी है, जुनून और जुनून में थोड़ा ही अंतर है, लेकिन लक्ष्य को हमेशा दिमाग में जीवित रखें।” उन्होंने युवाओं को सलाह दी कि वे अपने लक्ष्यों को स्पष्ट रखें और संतुलित दृष्टिकोण के साथ निरंतर प्रयास करें।

2. परीक्षाओं में आत्मविश्वास
प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए आत्मविश्वास को सबसे बड़ा हथियार बताते हुए उन्होंने कहा कि आत्मविश्वास के बिना मेहनत अधूरी है। “चाहे कितनी भी कठिन परीक्षा हो, आत्मविश्वास के साथ उसका सामना करें।”

3. मुस्कान: सफलता का मंत्र
श्री रणविजय ने चेहरे पर मुस्कान बनाए रखने की सलाह दी। उन्होंने कहा, “मुस्कान न केवल आपकी ऊर्जा बढ़ाती है, बल्कि आपके आसपास के लोगों को भी सकारात्मकता देती है। यह सफलता के मार्ग को सुगम बनाती है।”

4. शारीरिक स्वास्थ्य और अनुशासन
शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को प्राथमिकता देने पर जोर देते हुए उन्होंने कहा कि एक स्वस्थ शरीर ही कठिन परिश्रम की नींव है। “अनुशासित जीवन जिएं। शादी, समारोह, और अन्य सामाजिक आयोजनों से दूरी बनाकर पढ़ाई पर ध्यान दें।”

5. पढ़ाई में एकाग्रता और मेहनत
श्री रणविजय ने युवाओं को प्रतिदिन कम से कम 10 घंटे पढ़ाई करने की सलाह दी। उन्होंने जोर देकर कहा कि मूलभूत किताबों को *6 बार* एकाग्रता के साथ पढ़ना चाहिए। “पढ़ाई में गुणवत्ता और गहराई महत्वपूर्ण है। बार-बार पढ़ने से अवधारणाएँ मजबूत होती हैं।”

6. साहित्य की भूमिका
साहित्य के महत्व को रेखांकित करते हुए उन्होंने कहा, “साहित्य इंसान को इंसान बनाता है। यह भावनाओं को जागृत करता है और व्यक्तित्व को समृद्ध बनाता है।” उन्होंने युवाओं को साहित्य पढ़ने और उससे प्रेरणा लेने का आह्वान किया।

7. जानकारी ही शक्ति
किताबों के महत्व पर जोर देते हुए उन्होंने कहा, “जानकारी ही शक्ति है। किताबें पढ़ने से न केवल ज्ञान बढ़ता है, बल्कि यह आपको आत्मविश्वास और दृष्टिकोण देता है।” उन्होंने युवाओं को विविध विषयों पर पढ़ने के लिए प्रेरित किया।

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8. निबंध लेखन की कला
निबंध लेखन के लिए श्री रणविजय ने व्यापक दृष्टिकोण अपनाने की सलाह दी। उन्होंने कहा, “निबंध लिखते समय सभी AL से जुडे पहलूओं को देखना है जैसे— Political, social, Economical, philosophical, psychological, rational geographical, National, international, Historical etc. निबंध को प्रभावशाली और समग्र बनाता है।”

 

इसके अलावा संस्था युवा में दिनांक 14 सितंबर से 29 सितंबर तक मनाए जाने वाले हिंदी पखवाड़े के उपलक्ष्य में संस्था युवा में विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। इस आयोजन का उद्देश्य छात्रों में हिंदी भाषा के प्रति रुचि जागृत करना और इसके महत्व को उजागर करना था।

पखवाड़े के अंतर्गत आयोजित निबंध प्रतियोगिता में छात्रों ने अपनी लेखन प्रतिभा का शानदार प्रदर्शन किया। इस प्रतियोगिता में आरती निषाद ने प्रथम, रवि वर्मा ने द्वितीय, और खुशबू ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। इसके अतिरिक्त, ‘चित्र देखो-कहानी लिखो’ प्रतियोगिता में मोनिका साहू ने प्रथम, वैदेही मुखर्जी ने द्वितीय, और देवकी साहू ने तृतीय स्थान हासिल किया।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्री रणविजय ने सभी विजेताओं को पुरस्कार प्रदान किए। उन्होंने अपने संबोधन में हिंदी भाषा की समृद्धि और इसके दैनिक जीवन में उपयोग की महत्ता पर प्रकाश डाला। उन्होंने छात्रों को हिंदी के प्रति अपने प्रेम को और सुदृढ़ करने के लिए प्रेरित किया।

सेमिनार के अंत में युवा रायपुर के संस्थापक श्री एम. राजीव ने धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया। उन्होंने श्री रणविजय के प्रेरक और व्यावहारिक सुझावों की सराहना की और कहा, “श्री रणविजय का संबोधन युवाओं के लिए एक मार्गदर्शक प्रकाश है, जो उन्हें अनुशासित जीवन और मेहनत के साथ अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए प्रेरित करेगा।” उन्होंने उपस्थित युवाओं, आयोजकों, और सभी सहयोगियों का आभार व्यक्त किया।

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