वेब-डेस्क :- हिमाचल प्रदेश के मंडी से भारतीय जनता पार्टी की सांसद और बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत एक बार फिर अपने बयान को लेकर चर्चा में आ गई हैं। कंगना ने हाल ही में दावा किया था कि उन्हें मनाली स्थित अपने घर का एक लाख रुपये का बिजली बिल मिला है, जबकि वह उस घर में रह भी नहीं रही हैं। इस बयान के बाद सोशल मीडिया पर बहस छिड़ गई और राजनीतिक हलकों में भी हलचल मच गई।
कंगना का यह बयान बुधवार, 9 अप्रैल को मंडी लोकसभा क्षेत्र के दौरे के दौरान सामने आया। जनता से संवाद के दौरान उन्होंने कहा, “मुझे मनाली स्थित अपने घर के लिए एक महीने का एक लाख रुपये का बिजली बिल मिला है। जबकि मैं वहां रहती भी नहीं हूं। कितनी खराब स्थिति है।
यह भी पढ़े ……डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे पर कथित अपमानजनक टिप्पणी मामले
इस पर प्रतिक्रिया देते हुए हिमाचल प्रदेश स्टेट इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड लिमिटेड (HPSEBL) ने उनके दावे को पूरी तरह “गलत और भ्रामक” बताया है। बोर्ड ने स्पष्ट किया कि कंगना के घर का बिजली बिल एक महीने का नहीं बल्कि दो महीने – जनवरी और फरवरी 2025 – का है और यह कुल ₹90,384 है, जिसमें से ₹32,287 पिछला बकाया भी शामिल है।
HPSEBL की ओर से यह भी बताया गया कि अक्टूबर से दिसंबर 2024 तक के बिल का भुगतान समय पर नहीं किया गया था। इन तीन महीनों के लिए कुल बिल ₹82,061 था। बाद में जनवरी और फरवरी के बिल का भुगतान 28 मार्च को किया गया।
बोर्ड के मुताबिक, कंगना के घर की कुल बिजली खपत 14,000 यूनिट रही, जो एक महीने में औसतन 5,000 से 9,000 यूनिट तक पहुंचती है। इस तरह की खपत को देखते हुए बिल की राशि अपेक्षित है। इसके अलावा उन्हें सरकार की ओर से सब्सिडी भी मिल रही है।
कंगना द्वारा राज्य की सुक्खू सरकार पर बिजली व्यवस्था को लेकर लगाए गए आरोपों को HPSEBL ने तथ्यों के आधार पर खारिज कर दिया है। यह मामला अब सिर्फ बिजली बिल का नहीं, बल्कि राजनीति और सच्चाई के बीच के टकराव का बन गया है।
देश दुनिया की ताजातरीन खबरों के लिए
हमारे यूट्यूब चैनल को सब्सक्राइब करें….