Mann ki Baat: ”मन की बात” के 10 साल पूरे होने पर भावुक हुए PM मोदी, कहा- श्रोता ही सूत्रधार
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को श्रोताओं को ‘मन की बात’ कार्यक्रम के माध्यम से देशवासियों को संबोधित कर रहे हैं। आकाशवाणी के इस मासिक रेडियो कार्यक्रम की 114वीं कड़ी को संबोधित करते हुए मोदी ने जल संरक्षण, पर्यावरण संरक्षण और स्वच्छता अभियान के महत्व को भी रेखांकित किया और लोगों से इसमें भाग लेने का आह्वान किया।
यह भी पढ़ें…BSNL का धमाका.सिर्फ 5 रुपए में अनलिमिटेड कॉलिंग, डाटा और SMS; चेक करें प्लान
‘मन की बात’ के 10 साल पूरे
मोदी ने इस एपिसोड के साथ ही ‘मन की बात’ के 10 साल पूरे होने का जिक्र करते हुए कहा कि इस कार्यक्रम की लंबी यात्रा में कई ऐसे पड़ाव आए जिन्हें वह कभी नहीं भूल सकते। उन्होंने कहा, ”हमारी इस यात्रा के कई ऐसे साथी हैं जिनका हमें निरंतर सहयोग मिलता रहा है। देश के कोने-कोने से उन्होंने जानकारियां उपलब्ध कराईं। ‘मन की बात’ के श्रोता ही इस कार्यक्रम के असली सूत्रधार हैं।”
कार्यक्रम के दौरान भावुक हुए पीएम मोदी
प्रधानमंत्री ने कहा कि आमतौर पर एक धारणा ऐसी गढ़ी गई है कि जब तक चटपटी और नकारात्मक बातें ना हो तब तक उस कार्यक्रम को ज्यादा तवज्जो नहीं मिल पाती। उन्होंने कहा, ”लेकिन मन की बात ने साबित किया है कि देश के लोगों में सकारात्मक जानकारी की कितनी भूख है। सकारात्मक बातें एवं प्रेरणादायी उदाहरण लोगों को बहुत पसंद आते हैं।”
प्रधानमंत्री ने कहा कि जब वह कार्यक्रम से संबंधित पत्र पढ़ते हैं और पाते हैं कि देश में कितने प्रतिभाशाली लोग हैं और उनमें देश और समाज की सेवा करने का कितना जुनून है तो उन्हें गर्व महसूस होता है। उन्होंने कहा कि ‘मन की बात’ की यह पूरी प्रक्रिया मेरे लिए ऐसी है जैसे मंदिर जाकर ईश्वर के दर्शन करना।
एक पेड़ मां के नाम
उन्होंने इस कार्यक्रम से जुड़े सभी लोगों के अलावा इसके प्रचार प्रसार में योगदान देने वाले मीडिया समूहों का आभार व्यक्त किया। प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन के दौरान जल संरक्षण, पर्यावरण संरक्षण, ‘एक पेड़ मां के नाम’ और स्वच्छता अभियान के महत्व को भी रेखांकित किया
देश दुनिया की ताजातरीन खबरों के लिए
हमारे यूट्यूब चैनल को सब्सक्राइब करें….