समन्वित प्रयासों से कुष्ठ रोगियों के जीवन में आयेंगे सकारात्मक परिवर्तन : नई दिल्ली

समन्वित प्रयासों से कुष्ठ रोगियों के जीवन में आयेंगे सकारात्मक परिवर्तन : नई दिल्ली

 राजनांदगांव :- राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग नई दिल्ली के विशेष मॉनिटर डॉ. प्रदीप्त कुमार नायक ने आज कलेक्टोरेट सभाकक्ष में अंतर विभागीय समन्वय बैठक अंतर्गत जिले में कुष्ठ उन्मूलन कार्यक्रम के तहत किए जा रहे कार्यों की गहन समीक्षा की। इस दौरान कलेक्टर श्री संजय अग्रवाल, जिला पंचायत सीईओ सुश्री सुरूचि सिंह एवं अन्य अधिकारी उपस्थित रहे। राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग नई दिल्ली के विशेष मॉनिटर डॉ. प्रदीप्त कुमार नायक ने कहा कि राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग अंतर्गत हम सभी को गरिमा तथा समानता के साथ रहने के लिए अधिकार प्राप्त है। हमारे देश में विभिन्नताएं है, लेकिन वह विविधताओं के स्वरूप में है। विभिन्न धर्मों की अपनी विशेष संस्कृति है, सभी एक-दूसरे की संस्कृति को स्वीकार करते है और अपनाते हैं, हमारे देश की संस्कृति अद्वितीय संस्कृति है। उन्होंने कहा कि भारतीय संस्कृति एवं परंपरा को हमें आगे बढ़ाना है। भारतीय संविधान में यह प्रावधान किया गया है कि गरीब एवं जरूरतमंद जो विकास की मुख्य धारा में पीछे रह गए , उन्हें सद्भावना, संवेदनशीलता एवं सौहार्द्र के साथ आगे बढ़ाने के लिए शासन की योजनाओं के अंतर्गत प्रावधान किए गए हंै। राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग द्वारा पिछड़े वर्ग को विशेष सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हंै तथा उनके देखरेख व उनके सशक्तिकरण के लिए कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अधिकारियों को स्थायी एवं समावेशी विकास की दिशा में कार्य करते हुए समाज के अंतिम वर्ग तक शासन की योजनाओं से लाभ पहुंचाते हुए कार्य करने की जरूरत है।

राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग नई दिल्ली के विशेष मॉनिटर डॉ. प्रदीप्त कुमार नायक ने इस दौरान कुष्ठ रोग पीडि़तों के मानसिक स्वास्थ्य, उनसे जुड़ी भ्रांतिया, उनके तनाव, पुनर्वास, सशक्तिकरण के संबंध में गहन चर्चा की। उन्होंने कहा कि समाज में फैली भ्रांतियां को दूर कर हम सब के समन्वित प्रयास से इस बीमारी का समूल उन्मूलन संभव है। वित्तीय वर्ष 2024-25 में खोजे गए 156 नए मरीजों का उपचार तथा आरसीएस रोगियों को मिलने वाली सहायता राशि त्वरित रूप से मिले इस संबंध में आवश्यक निर्देश दिए। कुष्ठ रोग के संबंध में विशेष तौर पर जागरूकता लाने की आवश्यकता है। जनसहभागिता से इसे दूर करने के लिए विशेष तौर पर कार्य करें। कुष्ठ रोग की पहचान तथा उसके ईलाज, इसके सामाजिक व आर्थिक प्रभाव के संबंध में आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि महिला एवं बाल विकास, समाज कल्याण विभाग, स्वास्थ्य विभाग सहित अन्य सभी विभाग इसके लिए समन्वित तरीके से योजनाबद्ध कार्य करें। उन्होंने सभी विभागों से अह्वान किया कि कुष्ठ रोग को दूर करने के लिए सभी को दिल से कार्य करने की जरूरत है। सभी कुष्ठ रोग को दूर करने में प्राथमिकता देते हुए अपना योगदान दें। उन्होंने कहा कि कुष्ठ रोग छिपाने वाली बीमारी नहीं है, बल्कि इसे बताकर इसका उपचार किया जाना है, जिसके लिए जनजागरूकता बहुत जरूरी है। हम सभी इस दिशा में समाज में परिवर्तन ला सकते हैं, जिससे कुष्ठ रोगियों के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन आएंगे। उन्होंने जिले में कुष्ठ उपचार ग्राम एवं मुक्त ग्राम तथा 85 प्रतिशत कुष्ठ मुक्त होने पर प्रशंसा की। कुष्ठ रोगियों के लिए बसाए गए कालोनी आशा नगर में किए जा रहे कार्यों तथा जिले में पोट्ठ लईका पहल, मिशन जल रक्षा, स्कूल एवं आंगनबाड़ी केन्द्रों में स्मार्ट टीवी अभियान, स्वस्थ नोनी कार्यक्रम की सराहना की।

कलेक्टर श्री संजय अग्रवाल ने बताया कि जिले में कुष्ठ रोगियों के लिए बसाए गए कालोनी आशा नगर में उनके आजीविका, शिक्षा, प्रशिक्षण, प्रधानमंत्री आवास योजना के आवास तथा शासन की योजनाओं के माध्यम से लाभान्वित किया जा रहा है। कुष्ठ रोगियों के लिए विभिन्न आयामों में कार्य किया जा रहा है। यहां 62 परिवारों को बसाया गया है, जिनकी जनसंख्या 301 है। उन्होंने पोट्ठ लईका पहल के संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि इसके अंतर्गत बच्चों को कुपोषण की श्रेणी से सुपोषण की श्रेणी में लाने के लिए कार्य किया जा रहा है, जिसके अच्छे परिणाम मिल रहे हैं और बच्चे सुपोषण की श्रेणी में आ रहे है। उन्होंने बताया कि स्कूल एवं आंगनबाड़ी केन्द्रों में संपर्क डिवाइस की व्यवस्था की गई है। जिससे शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ी है। उन्होंने मिशन जल रक्षा एवं स्वस्थ नोनी कार्यक्रम के संबंध में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि शासन की योजनाओं से अधिक से अधिक लाभान्वित करते हुए कार्य करेंगे। इसके लिए उनका चिन्हांकन कर योजनाबद्ध तरीके से कार्य करने की आवश्यकता है। संवेदनशीलता के कार्य करते हुए बेहतर समाज एवं देश बनाने के लिए सभी समन्वित तरीके से कार्य करेंगे। उन्होंने कुष्ठ मुक्ति हेतु वालिंटेयर द्वारा उपचार तथा नये रोगों के पहचान के लिए स्वास्थ्य विभाग को समीक्षा करने के निर्देश दिए। जिला पंचायत सीईओ सुश्री सुरूचि सिंह ने कहा कि पोषण के महत्व को ध्यान में रखते हुए पोट्ठ लईका पहल प्रारंभ की गई है। ज्ञान के अभाव से भी कुपोषण की स्थिति बनती है। पोट्ठ लईका अभियान के तहत सभी विभाग समन्वित तरीके से कार्य कर रहे है। जिससे जिले में बच्चों की सेहत एवं स्वास्थ्य में सुधार हो रहा है। मिशन जल रक्षा अंतर्गत लोगों के व्यवहार में परिवर्तन लाते हुए जल संरक्षण के लिए कार्य किया जा रहा है।

इस दौरान राष्ट्रीय कुष्ठ रोग उन्मूलन कार्यक्रम के तहत किए जा रहे कार्यों के संबंध में प्रजेंटेशन दिया गया। यह बताया गया कि जिले में कुष्ठ मुक्त ग्रामों की संख्या 573 है। इस अवसर पर कुष्ठ रोग अक्षमता से बचाव एवं चिकित्सकीय पुनर्वास तथा प्रोत्साहन राशि के संबंध में बताया गया। बैठक में सभी ने कुष्ठ रोग से मुक्ति के लिए शपथ ली। इस अवसर पर नगर निगम आयुक्त श्री अतुल विश्वकर्मा, संयुक्त कलेक्टर श्रीमती शीतल बंसल, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. नेतराम नवतरत्न, कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास श्रीमती गुरप्रीत कौर, उप संचालक समाज कल्याण श्री बीएल ठाकुर, सिविल सर्जन जिला चिकित्सालय राजनांदगांव डॉ. उदय चंद्रवंशी, जिला कुष्ठ अधिकारी डॉ. अल्पना लुनिया, डीपीएम श्री संदीप ताम्रकार, जिला प्रबंधक शहरी सुश्री पूजा मेश्राम सहित अन्य जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित रहे।

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