वेब-डेस्क :- दुनिया में कई रहस्यमयी और खतरनाक जगहे हैं। माना जाता है कि धरती पर अगर कोई सबसे खतरनाक जगह है तो वो बरमूडा ट्राएंगल और एरिया-51 है, लेकिन आज हम आपको एक ऐसी जगह के बारे में बताने वाले हैं, जिसे बरमूडा ट्राएंगल से भी ज्यादा खतरनाक माना जाता है। यह जगह अमेरिका के नवादा में स्थित है, जिसे नवादा ट्राएंगल के नाम से भी जाना जाता है।
गुजरने वाला कोई भी विमान लौटकर वापस नहीं आया
बरमूडा ट्राएंगल की तरह ही नवादा ट्राएंगल में भी रहस्यमयी घटनाएं घटती हैं। कहा जाता है कि यह जगह इतनी खतरनाक है कि यहां से गुजरने वाला कोई भी विमान आज तक लौटकर वापस नहीं गया। एक रिपोर्ट के मुताबिक, बीते 60 सालों में यहां 2 हजार से भी अधिक विमान क्रैश हो चुके हैं और सैकड़ों पायलट कभी जिंदा नहीं लौटे।
वैज्ञानिकों के लिए रहस्य
कहा जाता है कि नवादा ट्राएंगल में कोई ऐसी रहस्यमयी शक्ति है जो विमानों को अपनी ओर खींच लेती है, जिसकी वजह से वो क्रैश हो जाते हैं। अब वो कौन सी शक्ति है, यह अभी तक वैज्ञानिकों के लिए रहस्य ही बना है।
क्या है गुरुत्वाकर्षण शक्ति ?
एरिया-51 में भी कुछ ऐसा ही होता है। कहा जाता है कि यहां या तो कोई गुरुत्वाकर्षण शक्ति है जो विमानों को अपनी ओर आकर्षित कर लेती है या इस जगह पर एलियंस हो सकते हैं। हालांकि, कुछ लोगों का यह भी मानना है कि एरिया-51 में अमेरिका का टॉप सीक्रेट मिलिट्री बेस है, जहां एलियंस को रखा जाता है और उनपर रिसर्च किया जाता है।
क्षेत्रफल के हिसाब से देखें तो नवादा ट्राएंगल काफी बड़ा इलाका है और इसी इलाके में लास वेगास, योसेमाइट नेशनल पार्क और एरिया-51 भी आता है। इस इलाके में जिस तरह भारी तादाद में विमान क्रैश हुए हैं, यही वजह है कि लोग एलियंस के अस्तित्व की बातें मानने लगे हैं। उनका कहना है कि अमेरिका ने एलियंस के साथ जिस तरह से छेड़छाड़ की है, ये उसी का नतीजा है। लोग अमेरिका पर एलियंस की जानकारी को छिपाने का आरोप लगाते हैं।
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25 हजार वर्ग मील में फैले नवादा ट्राएंगल में 18 साल पहले घटी एक घटना की पहेली आज भी अनसुलझी ही है। अमेरिका के अरबपति कारोबारी स्टीव फॉसेट का विमान 3 सितंबर, 2007 को अचानक लापता हो गया था और उसके बाद उनका कुछ पता नहीं चला।
सबसे हैरानी की बात तो यह है कि स्टीव को विमान उड़ाने का लंबा अनुभव था। उनके नाम 100 से भी ज्यादा रिकॉर्ड थे। हालांकि, साल 2008 में वैज्ञानिकों और रेस्क्यू टीम को अन्य विमान हादसों वाली जगहों पर स्टीव का आईकार्ड, विमान के अवशेष और कुछ हड्डियां मिली थीं। बाद में जांच में पता चला कि वो हड्डियां स्टीव की ही थीं।
वजह हो सकता है एयर प्रेशर
कुछ वैज्ञानिकों का मानना है कि नवादा ट्राएंगल में विमान हादसे एलियंस की वजह से नहीं, बल्कि एयर प्रेशर की वजह से होते होंगे। उनका मानना है कि यहां विमान पहाड़ों के ऊपर से उड़ते हैं, लेकिन फिर अचानक ही रेगिस्तान जैसी जमीन आ जाती है। इस कारण पायलट यहां के एयर प्रेशर को समझ नहीं पाते और विमान क्रैश हो जाते होंगे। हालांकि, यह सिर्फ उनका अंदाजा है। यह अभी तक साबित नहीं हो पाया है।
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