शहर की खराब स्ट्रीट लाइटें तेजी से सुधारी जाएँ। स्ट्रीट लाइट संधारण के लिए अधिकृत कार्य एजेंसी (एचपीएल कंपनी) के माध्यम से तत्परता से यह काम कराएं। कार्य एजेंसी के जिम्मेदार अधिकारी को बुलाकर साफतौर पर बता दें कि कंपनी के लिये यह अंतिम मौका है। यदि कंपनी स्ट्रीट लाइट संधारण ठीक ढंग से करेगी तो उसका बकाया भुगतान भी जल्द से जल्द कर दिया जायेगा। इस आशय के निर्देश कलेक्टर मती रुचिका चौहान ने शहर की स्ट्रीट लाइट व्यवस्था की समीक्षा के लिये बुलाई गई बैठक में दिए।
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गुरूवार को बाल भवन में आयोजित हुई बैठक में नगर निगम आयुक्त अमन वैष्णव, स्मार्ट सिटी की सीईओ मती नीतू माथुर, अपर आयुक्त नगर निगम विजय राज व मुनीष सिकरवार तथा स्ट्रीट लाइट व्यवस्था से जुड़े अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद थे।
कलेक्टर मती रुचिका चौहान ने बैठक में कहा कि यदि संधारण कंपनी द्वारा निर्धारित मापदण्डों के अनुरूप स्ट्रीट लाइट ठीक करने का काम कर दिया जाए तो उसके भुगतान में देरी न की जाए। साथ ही कंपनी के जिम्मेदार प्रतिनिधियों को बता दें कि यदि संधारण के काम में और देरी हुई तो नगर निगम की स्ट्रीट लाइट संधारण की व्यवस्था के लिये अन्य विकल्प लागू किया जायेगा।नगर निगम आयुक्त अमन वैष्णव ने शहर की स्ट्रीट लाइट व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए उठाए कदमों की जानकारी बैठक में दी।
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