वेब-डेस्क :- दुनियाभर में भूत-प्रेत को लेकर लोगों की अलग-अलग राय है। दुनिया में कई लोग भूत-प्रेत पर विश्वास करते हैं। दुनिया की कई संस्कृतियों में आत्माओं और मृत्यु के साथ ही दूसरी दुनिया में रहने वाले लोगों पर भरोसा किया जाता है। बहुत लोगों को भूतों की कहानियां पढ़ना और भूतों पर बनी फिल्में देखना पसंद है। इनसे जुड़ी कई कहानियां पढ़ने और सुनने को भी मिलती हैं।
कुछ लोगों का मानना है कि जिस प्रकार भगवान होते हैं, उसी तरह भूत प्रेत भी होते हैं। भूत-प्रेत के होने के कोई सबूत नहीं हैं, लेकिन इनके होने के दाव किए जाते हैं। इस तरह के कई मामले सामने आते हैं, लेकिन इसकी व्याख्या नहीं की जा सकती है। दुनिया में कई हैरान करने वाली घटनाएं होती हैं। कभी-कभी कुछ ऐसा होता है जिस पर यकीन नहीं होता है। उदाहरण के लिए दरवाजे का अपने आप बंद हो जाना है या किसी के शरीर में किसी का प्रवेश कर जाना है। इन बातों का समझना बेहद मुश्किल होता है।
हालांकि, भूत प्रेत और आत्माओं के रहस्य से अब तक पर्दा नहीं उठ पाया है। वहीं देश दुनिया में ऐसे कई लोग हैं, जो इस बात का दावा करते हैं कि उन्होंने भूतों को देखा है। पैरानॉर्मल एक्सपर्ट्स के मुताबिक, मरे हुए इंसान की आत्मा उसके शरीर के खत्म होने के बाद भी जिंदा रहती है। यही आत्मा अपने अस्तित्व को अजीबोगरीब ढंग से व्यक्त करने की कोशिश करती है। इसे ही भूत-प्रेत कहा जाता है।
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भूत-प्रेत रात के समय में ही क्यों दिखते हैं?
हम में से कई लोग जब रात के समय अंधेरे में होते हैं, तो ये महसूस होता है कि कोई हमे देख रहा है। वहीं जिन लोगों ने भूतों को देखने का दावा किया है, उनमें से ज्यादातर लोगों ने उन्हें रात के समय में ही देखा है। ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर भूत-प्रेत रात के समय में ही क्यों दिखते हैं? दिन के समय में वे क्यों नहीं दिखते? आज हम इसी रहस्य के बारे में जानेंगे।
भूत प्रेत को लेकर विभिन्न मान्यताएं और दृष्टिकोण हैं। भूतों पर यकीन करने वाले लोगों की मानें तो जिन लोगों की कोई महत्वपूर्ण इच्छा पूरी नहीं हो पाती या उनकी असमय मृत्यु होती है। वही लोग भूत बनकर भटकते हैं।
लंबे समय से कई पैरानॉर्मल इन्वेस्टिगेटर रहस्यमय स्थानों पर जाकर भूत प्रेतों की तफ्तीश करते आ रहे हैं। हालांकि गौर करने वाली बात ये है कि जितने भी पैरानॉर्मल एक्सपर्ट होते हैं। वे रात के समय ही प्रेत आत्माओं की तलाश में क्यों निकलते हैं?
बता दें कि अभी तक जितने भी लोगों ने भूत प्रेत देखने का दावा किया है। उन्होंने उन्हें रात के समय में ही देखा है। दिन के समय उनका प्रभाव क्यों कम हो जाता है? इसके पीछे की वजह को लेकर पैरानॉर्मल एक्सपर्ट्स ने एक थ्योरी दी है। उनके मुताबिक भूत-प्रेत रात के समय इसलिए दिखते हैं, क्योंकि उस दौरान काफी शांति होती है।
रात के वक्त इलेक्ट्रॉनिक डिस्टरबेंस भी काफी कम होता है। पैरानॉर्मल एक्सपर्ट्स का ये भी कहना है कि दिन के समय अत्यधिक इलेक्ट्रॉनिक डिस्टरबेंस भूतों की ऊर्जा को डिस्टर्ब कर देती है। यही एक बड़ा कारण है, जिसके चलते भूत प्रेत रात के समय सक्रिय होते हैं।
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