वेब-डेस्क :- पाचन की समस्या से आज के समय में हर उम्र के लोग परेशान देखे जा रहे हैं। पुरानी कहावत रही है कि अगर आपका पाचन ठीक है तो ये संकेत है कि आपका शरीर स्वस्थ है। हालांकि स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, गड़बड़ होती दिनचर्या और खान-पान से संबंधित आदतों के कारण पाचन विकार तेजी से बढ़ते जा रहे हैं। इसपर गंभीरता से ध्यान देना जरूरी हो जाता है क्योंकि लंबे समय तक बनी रहने वाली ये समस्याएं गंभीर रोगों को जन्म देने वाली हो सकती हैं।
क्या आपके साथ कभी ऐसा हुआ है कि भोजन के तुरंत बाद पेट फूल गया और भारी हो गया हो? अगर हां तो आप अकेले ऐसे नहीं हैं जो इसका सामना कर रहे हैं। दुनियाभर में करोड़ों लोग पाचन में गड़बड़ी की इस समस्या का शिकार हैं।
हालांकि अच्छी बात ये है कि अगर समय रहते इसका सही निदान और इलाज-उपाय कर लिया जाए तो न सिर्फ पेट की दिक्कतों को दूर किया जा सकता है साथ ही किसी दीर्घकालिक समस्या के खतरे को भी कम किया जा सकता है।
क्यों बढ़ती जा रही हैं पाचन की दिक्कतें?
स्वास्थ्य विशेषज्ञ बताते हैं, पाचन की गड़बड़ी को मुख्य रूप से आहार से संबंधित समस्याओं का कारण माना जाता है। हम जो कुछ भी खाते हैं उसका पाचन स्वास्थ्य पर सीधा असर होता है, इसलिए भोजन में हमेशा उन्हीं चीजों को शामिल किया जाना चाहिए जो पेट को ठीक रखने में मदद करती हैं। बदलती जीवनशैली, तनाव, जंक फूड की आदतें हमारे भी पाचन तंत्र को कमजोर बना रही हैं।
पेट को स्वस्थ रखना पूरे शरीर के लिए जरूरी है क्योंकि अगर खाना सही से नहीं पचेगा, तो शरीर को जरूरी पोषण नहीं मिलेगा। अच्छी बात यह है कि कुछ प्राकृतिक चीजें जैसे फल, बीज और मसाले हमारे पाचन को दुरुस्त कर सकते हैं।
हार्वर्ड प्रशिक्षित गैस्ट्रोएंटेरोलॉजिस्ट डॉ. सौरभ सेठी ने ऐसे ही कुछ खाद्य पदार्थों के बारे में बताया है जो आपके पाचन को ठीक रखने में काफी मददगार हो सकते हैं।
पाचन में आराम देने वाले खाद्य पदार्थ
डॉ सौरभ ने पाचन को बढ़ावा देने वाले खाद्य पदार्थों के बारे में बताया है, जिसको सभी लोगों को अपने आहार में जरूर शामिल करना चाहिए।
कीवी
कीवी फाइबर और विटामिन-सी से भरपूर फल है। इसमें एक्टिनिडिन नामक एंजाइम होता है जो प्रोटीन को तोड़कर पचाने में मदद करता है। अध्ययनों से पता चला है कि कीवी खाने से कब्ज की समस्या काफी हद तक कम होती है क्योंकि यह आंतों की मूवमेंट को सुधारता है। इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स पेट की सूजन घटाने और एसिडिटी को कम करने में भी सहायक हैं।
पपीता
पपीता को पाचन के लिए बहुत लाभदायक माना जाता है। इसमें पेपेन एंजाइम होता है जो भारी खाना जल्दी पचाने में मदद करता है। पपीते में घुलनशील फाइबर अधिक होता है, जो कब्ज से राहत देता है। एक अध्ययन में पाया गया कि रोज पपीता खाने से सिर्फ 2 हफ्तों में अपच और पेट फूलने की समस्या में सुधार हुआ। इसके अलावा यह हल्का और आसानी से पचने वाला फल है, इसलिए डॉक्टर इसे पेट के मरीजों को जरूर खाने की सलाह देते हैं।
यह भी पढ़े … बीमारियों से बचने के लिए करे हेल्दी और बैलेंस्ड ब्रेकफास्ट – unique 24 news
अनानास
खीरा
खीरा 95% पानी से बना होता है, इसलिए यह शरीर को हाइड्रेट रखता है और कब्ज से बचाता है। इसमें मौजूद घुलनशील फाइबर आंतों की सफाई करता है और मल त्याग को आसान बनाता है। गर्मियों में खीरा खाने से पेट की जलन और एसिडिटी से तुरंत राहत मिलती है। खीरे का ठंडा प्रभाव पेट की सूजन कम करता है और पेट को हल्का महसूस कराता है।
चिया सीड्स
सौंफ
सौंफ को पाचन का रामबाण माना जाता है। इसमें ऐनेथोल नामक तत्व होता है, जो गैस और पेट फूलने की समस्या को तुरंत कम करता है। सौंफ चबाने से पाचन एंजाइम्स एक्टिव हो जाते हैं और खाना जल्दी पचने लगता है। यह आंतों की मांसपेशियों को रिलैक्स करता है और पेट की जलन को भी कम करता है। भारत में खाने के बाद सौंफ खाने की परंपरा इसी वजह से है कि यह पाचन को दुरुस्त रखती है।
देश दुनिया की ताजातरीन खबरों के लिए
हमारे यूट्यूब चैनल को सब्सक्राइब करें….