युवा संस्था में छात्रों के लिए विशेष सेमिनार का आयोजन

युवा संस्था में छात्रों के लिए विशेष सेमिनार का आयोजन

रायपुर :- शहर की शैक्षणिक एवं सामाजिक संस्था युवा रायपुर द्वारा छात्रों को अंग्रेजी भाषा में आत्मविश्वास के साथ बोलने और अपने सपनों को साकार करने की दिशा में प्रेरित करने हेतु एक सेमिनार का आयोजन किया गया। इस सेमिनार के मुख्य वक्ता मोहम्मद सैयद फ़ाज़िल थे, जिन्होंने युवाओं और विद्यार्थियों को उनके लक्ष्यों की ओर प्रेरित करने के लिए एक प्रभावशाली व्याख्यान प्रस्तुत किया है।

मो. सैयद फ़ाज़िल के व्याख्यान के महत्त्वपूर्ण बिंदु:

1. मानव मस्तिष्क एक सुपर कंप्यूटर है: उन्होंने बताया कि मानव मस्तिष्क की क्षमता असीमित है। इसे सही दिशा में प्रशिक्षित करने से अद्भुत परिणाम प्राप्त किए जा सकते हैं।

2. ध्यान केंद्रित करें: विद्यार्थियों को सलाह दी कि वे अपने लक्ष्य पर ध्यान केंद्रित करें और किसी भी तरह के विचलन से बचें।

3. मस्तिष्क को प्रशिक्षित करें: मस्तिष्क को नियमित रूप से चुनौतीपूर्ण कार्यों के माध्यम से प्रशिक्षित करने की आवश्यकता पर बल दिया।

4. प्रतियोगी परीक्षाओं में दक्षता बढ़ाने के तरीके: प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता के लिए समय प्रबंधन, आत्म-प्रबंधन और कौशल सुधार पर ध्यान देने की सलाह दी।

5. सूचना के साथ प्रेम: विद्यार्थियों को अपने अध्ययन सामग्री के साथ प्रेमपूर्ण संबंध बनाने की सलाह दी, ताकि सीखना आनंददायक हो।

6. सक्रिय रूप से कार्य करें: जो भी कार्य करना हो, उसे पूरी सक्रियता और ऊर्जा के साथ करने पर जोर दिया।

7. पुनरावृत्ति नहीं, पुनर्विज़ुअलाइज़ेशन: उन्होंने स्पष्ट किया कि पुनरावृत्ति केवल दोहराव नहीं है, बल्कि यह एक पुनर्विज़ुअलाइज़ेशन प्रक्रिया है, जिसमें सीखी हुई बातों को मानसिक रूप से पुनः देखा जाता है।

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8. प्रश्नपत्र को चार भागों में बाँटकर हल करें: श्री फ़ाज़िल जी ने सुझाव दिया कि प्रश्नपत्र को चार हिस्सों में विभाजित करें – **सबसे अच्छे से ज्ञात, **कम ज्ञात, **सबसे कम ज्ञात, और **अज्ञात* – और इसी क्रम में हल करें।

9. समय प्रबंधन आत्म-प्रबंधन है: उन्होंने कहा कि समय का सही उपयोग करना वास्तव में आत्म-प्रबंधन है, जो सफलता की कुंजी है।

10. कौशल सुधार पर कार्य करें: विद्यार्थियों को अपने कौशल को लगातार बेहतर बनाने की सलाह दी।

11. अधिक सोचें नहीं, विश्लेषण करें: अधिक सोचने के बजाय अपने कार्यों का विश्लेषण करने और तनाव से बचने की सलाह दी।

12. खुशी-खुशी करें और पढ़ें: सभी कार्यों को खुशी-खुशी करने की बात कही, ताकि सफलता जल्दी प्राप्त हो सके।

13. चयन का हिस्सा बनें, अस्वीकृति का नहीं: विद्यार्थियों को प्रेरित किया कि वे चयन का हिस्सा बनने का प्रयास करें, न कि अस्वीकृति का शिकार हों।

14. अंग्रेजी बोलने के गुर

अंग्रेजी बोलने के लिए अरुण बडेज जी ने कुछ व्यावहारिक सुझाव दिए:
– रोजाना अभ्यास: हर दिन कुछ वाक्य अंग्रेजी में बोलने की आदत डालें।
– शब्दावली बढ़ाएं: नई शब्दावली सीखें और उसे रोजमर्रा की बातचीत में उपयोग करें।
– सुनें और दोहराएं: अंग्रेजी फिल्में, पॉडकास्ट, या समाचार सुनें और वाक्यों को दोहराने का अभ्यास करें।
– गलतियों से न डरें: गलतियां करना सीखने का हिस्सा है। उनसे सीखें और आगे बढ़ें।
– सहज रहें: अंग्रेजी बोलते समय स्वाभाविक रहें और आत्मविश्वास बनाए रखें।

 

मो. सैयद फ़ाज़िल ने अपने व्याख्यान को मनोरंजक तरीके से प्रस्तुत किया, जिससे सेमिनार और भी रोचक और प्रभावशाली बन गया। साथ ही विद्यार्थियों ने भी विभिन्न प्रश्न पूछे, जिनका उन्होंने संतोषजनक और स्पष्ट उत्तर दिया।

विद्यार्थियों में नई ऊर्जा का संचार

सेमिनार के अंत में संस्था युवा के वरिष्ठ सदस्य श्री देवलाल साहू ने मुख्य वक्ता मो. सैयद फ़ाज़िल को धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि यह सेमिनार युवाओं को उनके लक्ष्यों की ओर प्रेरित करने और प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता प्राप्त करने के लिए आवश्यक मार्गदर्शन प्रदान करने में पूरी तरह सफल रहा। मो. सैयद फ़ाज़िल के विचारों और सुझावों ने विद्यार्थियों में नई ऊर्जा और आत्मविश्वास का संचार किया। सभी प्रतिभागियों के लिए आज का यह सेमिनार अत्यंत प्रेरणादायक और उपयोगी रहा है।
फ़ाज़िल सर की हास्य शैली और सरल भाषा ने सभी प्रतिभागियों का मन मोह लिया है।

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